Sunday, 3 January 2016

सबसे पहले पढाई का महोल बनाये

पढाई का माहौल:  कुछ बच्चो को तो पढाई का माहौल ही नहीं मिल पाता । आइये हम पढाई के माहौल के बारे में जानते है । कुछ स्टूडेंट्स ऐसे होते है  जिनके आस पास का माहौल ठीक नहीं होता जिन बच्चो कि गलत संगत होती है । उनको तो खासकर कभी भी पढाई का माहौल नहीं मिलेगा । अगर  आपको इस कमी को दूर करना है तो आप लाइब्रेरी का सहारा ले सकते है । जब आप दूसरे बच्चो को भी पढता हुआ देखोगे तो आपका भी मन पढ़ने को करेगा । स्कूल कॉलेज में भी आप जब भी पढाई करे तो आप ग्रुप में कर सकते है । इससे आपमे कम्पीटशन कि भावना जाग्रत होगी जो कि आगे चलकर आपके लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होगी    

पढ़ने के लिए आपके पास उचित सामग्री ना होना--  पढाई होने का एक कारण ये भी होता है कि आपके पास उचित सामग्री यानि पढ़ने के लिए बुक्स वगैरा नहीं है तो इस समस्या का भी समाधान है जैसे आपको प्रतियोगिता के लिए करंट अफेयर्स कि तैयारी करनी हो तो आप न्यूज़ का साथ ले सकते है या फिर आज का युग तो आधुनिक युग है आपका फोन भी इस मामले में बहुत ही करगीर सिद्ध होगा।  

समय कि प्रॉब्लम भी कई बच्चो को खल रही है  ---- समय कि प्रॉब्लम भी एक बहुत ही बड़ा कारण होता है । कुछ बच्चे ऐसे होते है । जिनकि आर्थिक सिथति कुछ ज़्यादा अच्छी नहीं होती तो वो लोग कुछ पार्ट टाइम भी करते है । जिससे वो लोग पढ़ाई को ज़यादा वक़्त नहीं दे पाते तो इसके लिए भी है  पहले से ही अपना टाइम टेबल बना लेना चाहिए अगर आप सही टाइम टेबल बना लोगे तो ये कमी भी आपकि पूरी हो जाएगी  
   

सही मार्गदर्शक का होना :  कभी तो बच्चो को ये भी नहीं पता होता कि उनको करना क्या है । अगर आपके पास सही मार्गदर्शक नहीं होगा तो आप कभी भी सफल नहीं हो सकते । हमे सक्सेस होने के लिए सही मार्गदर्शक कि ज़रूरत होती है । अच्छा होगा कि आप पहले से ही ये तैयार कर ले कि आपको आगे जा कर क्या कुछ करना है । इसमें आप किसी अपने बड़े भाई बहन का सहारा भी ले सकते है या कोई भी अन्य जो आपको सही दिशा कि और अग्रसर करे   
Partiyogita ki Tyari Kaise Karen
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एकाग्रता कि कमी होना: एकाग्रता कि कमी होना आज बहुत से बच्चे ऐसे है । जिनके पास एकाग्रता कि कमी है अगर हमारे पास एकाग्रता कि कमी है तो हमारा मन पढाई में कभी भी नहीं लग सकता इस कमी को पूरा करने के लिए है में अपने मन को शांत रखना चाहिए । इसके लिए हमे ज़्यादा सोच विचार नहीं करने चाहिए

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