Monday, 14 November 2016

मुसीबतों से हिम्मत ना हारें

 

मुसीबतों से हिम्मत ना हारें


4एक किसान के पास एक बूढा गधा था | एक दिन किसान का गधा कुएँ में गिर गया । वह गधा घंटों ज़ोर -ज़ोर से रोता रहा | किसान सुनता रहा और विचार करता रहा कि उसे क्या करना चाहिए और क्या नहीं ? अंततः उसने निर्णय लिया कि चूंकि गधा काफी बूढा हो चूका था,अतः उसे बचाने से कोई लाभ होने वाला नहीं था इसलिए उसे कुएँ में ही दफना देना चाहिए ।
किसान ने अपने सभी पड़ोसियों को मदद के लिए बुलाया। सभी ने एक-एक फावड़ा पकड़ा और कुएँ में मिट्टी डालनी शुरू कर दी। जैसे ही गधे की समझ में आया कि यह क्या हो रहा है ,वह और ज़ोर-ज़ोर से चीख़ चीख़ कर रोने लगा । और फिर ,अचानक वह आश्चर्यजनक रुप से शांत हो गया।
सब लोग चुपचाप कुएँ में मिट्टी डालते रहे। तभी किसान ने कुएँ में झाँका तो वह आश्चर्य से सन्न रह गया। अपनी पीठ पर पड़ने वाले हर फावड़े की मिट्टी के साथ वह गधा एक आश्चर्यजनक हरकत कर रहा था। वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को नीचे गिरा देता था और फिर एक कदम बढ़ाकर उस पर चढ़ जाता था।
जैसे-जैसे किसान तथा उसके पड़ोसी उस पर फावड़ों से मिट्टी गिराते वैसे -वैसे वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को गिरा देता और उसके ऊपर चढ़ आता । जल्दी ही सबको आश्चर्यचकित करते हुए वह गधा कुएँ के किनारे पर पहुँच गया और फिर कूदकर बाहर भाग गया।
तो दोस्तों, इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि अगर हम किसी मुसीबत में फँस जायें और मदद के सारे रस्ते बंद हो जायें तो उस वक़्त हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए और अपने आपको कमज़ोर नहीं पड़ने देना चाहिए और स्वयं पर भरोसा रखते हुए ठन्डे दिमाग से उस मुसीबत से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढना चाहिए |

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